क्या आप कोई ऐसा सामान बनाते हैं जो सिर्फ आपके जिले की पहचान है? जैसे बनारस की बनारसी साड़ी या फिर किसी ऐसी फसल का उत्पादन करते हो जो आपके जिले में खूब होती हो तो आप केंद्र सरकार की One District One Product Scheme का फायदा उठा सकते हैं। इस योजना के तहत सरकार आपके प्रोडक्ट का प्रचार भी करेगी और उसके लिए मार्केट भी तैयार करेगी।
आज हम बात कर रहे हैं सरकार की ODOP स्कीम यानी वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना की। यह स्कीम पहले उत्तर प्रदेश में शुरू हुई, वहां यह सफल रही। इसके बाद पूरे देश में यह योजना शुरू की गई। इस योजना को लेकर पिछले साल फरवरी में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि इस योजना में इतनी क्षमता है कि यह पूरे देश में एक आर्थिक क्रांति ला सकता है।
जब आप भारत का मानचित्र देखते हैं तो उसमें आपको उजाड़ हो चुके उत्तराखंड के गांव दिखते हैं और जनसँख्या से त्रस्त बड़े शहर भी दिखते हैं। ज्यादा पीछे नहीं, चार साल पहले की वो तस्वीर याद कीजिए जब कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन लगा था। शहरों में रोजगार की तलाश में आए लाखों मजदूर अपने गांव लौटने लगे थे।
कुछ को बसें मिल गई, कुछ बाइक और साइकिलों पर घर की तरफ चले तो कोई पैदल हजार किलोमीटर की यात्रा पर निकल पड़े। हालात ऐसे बने क्यों? क्यों लोगों को अपना गांव घर छोड़कर कुछ पैसे कमाने के लिए शहरों में जाना पड़ता है। इसका जवाब है अनबैलेंस इकोनॉमिक ग्रोथ, जिसकी वजह से बड़े शहरों में रोजगार के मौके बहुत हैं, वहीं छोटे शहरों और गांवों में लोगों को काम खोजे नहीं मिलता है।
काम मिलता भी है तो पैसे इतने नहीं मिलते कि उससे घर का खर्चा चलाया जा सके। इसी खाई को भरने के लिए सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट स्कीम शुरू की है, ताकि केवल शहर ही नहीं बल्कि पूरे भारत की आर्थिक तरक्की हो सके।
Table of Contents
One District One Product Yojana 2024 Overview
योजना का नाम | One District One Product Scheme |
योजना का प्रकार | सरकारी योजनाएं |
कौन कौन आवेदन कर सकता है | हर भारतीय नागरिक |
आवेदन का तरीका | ऑनलाइन |
वित्तीय सहायता की राशि | N/A |
क्या है One District One Product Scheme योजना ?
अगर आप गांव या छोटे शहर में रहते हैं तो आपने गौर किया होगा कि आपके घर या आस पड़ोस में बनने वाली कोई चीज मुफ्त में बांटी जाती है या फिर कम कीमतों में बांटी जाती है। इसकी वजह यह है कि उस प्रोडक्ट को उतना प्रचारित नहीं किया गया है सिर्फ स्थानीय लोग ही उसके बारे में जानते हैं।
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत किसी जिले में प्रोड्यूस होने वाले किसी सामान के लिए मार्केट तैयार करने की जिम्मेदारी सरकार ले रही है। इससे इन चीजों का उत्पादन करने वाले लोगों को उनकी मेहनत के बदले ज्यादा पैसे कमाने का मौका मिल सकता है।
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क्या जरूरत है ODOP योजना की?
इंडिया विविधताओं का देश है , बचपन में निबंध लिखते हुए हमने ये लाइन बार बार लिखी है। भारत में इतनी विविधता है कि यहां हर कुछ दूरी पर बोली, खानपान और पहनावा बदल जाता है। इतने विविध देश के हुनर और संभावनाओं का पूरा इस्तेमाल तभी होगा जब गांव गांव में रहने वाले हुनर को मौका मिलेगा, उन्हें बढ़ावा मिलेगा और इसके लिए उन्हें किसी बड़े शहर या कंपनी का मुंह नहीं ताकना पड़ेगा।
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना का मकसद देश के सभी जिलों को एक समान विकसित करना है, ताकि देश के सभी इलाकों का सामाजिक-आर्थिक विकास हो सके। इसके लिए देश के हर जिले के एक प्रोडक्ट को चुनना है, जो अलग हो, जिसमें एक्सपोर्ट होने की संभावना हो और जिसका जिले में पारंपरिक रूप से उत्पादन किया जाता रहा हो, इन उत्पादनों के निर्माण को बढ़ावा देना है।
नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर इन प्रोडक्ट की ब्रांडिंग और मार्केटिंग करना है, ताकि इनकी माँग को बढ़ाया जा सके। ये स्कीम देश के हर जिले को एक एक्सपोर्ट हब की तरह देख रही है। इसका मकसद हर जिले को एक मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात केंद्र के तौर पर विकसित करना है। इसके लिए हर जिले के ऐसे उत्पाद को चुना गया है, जिसमें निर्यात होने की क्षमता हो। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं।
उदाहरण के लिए छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के टमाटर आधारित उत्पादों को ओडीओपी में शामिल किया गया है। इसका मतलब ये है कि दुर्ग जिले में ही इन प्रोडक्ट के लिए मैन्युफैक्चरिंग और टेस्टिंग हब बनाए जाएंगे, ताकि किसानों से टमाटर को इकठ्ठा करके जिले के अंदर ही निर्माण हो, उनकी टेस्टिंग हो और उसे स्टोर करके रखा जा सके और जिले से सीधा उसे एक्सपोर्ट किया जा सके।
हमारे आस पास अक्सर कोई न कोई ये शिकायत करता दिख जाता है कि हम अपनी कला और संस्कृति से दूर जा रहे हैं। अब ज्यादा लोग इन आर्ट फॉर्म को बनाते नहीं हैं आदि आदि। उसकी वजह है काम के बदले वाजिब पैसा न मिलना। पर अगर कलाकारों के काम को पहचान मिलेगी, उनके काम का वाजिब दाम उन्हें मिलेगा तो वो क्यों अपनी कला से दूर जाएंगे?
ओडीओपी का मकसद ये भी है कि लोकल प्रोड्यूस होने वाले आर्ट और क्राफ्ट को प्रमोट किया जा सके। उनके कलाकारों को ट्रेनिंग देकर उत्पाद की गुणवत्ता को बेहतर किया जा सके ताकि उसकी डिमांड बड़े स्तर पर बनायी जा सके।
इस योजना का अंतिम लक्ष्य यही है कि इससे इकनॉमिक ग्रोथ के असंतुलन को कम किया जा सके, ताकि देश के किसी जिले में रहने वाले कामगार और कारीगरों को बेहतर मौकों की तलाश में शहर न जाना पड़े।
One District One Product Scheme के उदाहरण
उदाहरण के लिए आप छत्तीसगढ़ के कोंडागांव के ढोकरा आर्टिस्ट, कोरबा और चांपा जिले के कोसा साडी, आजमगढ़ के ब्लैक पॉटरी और आसाम में बांस से बनने वाले आर्टिस्ट्स को ले लीजिए। वहीं केरल की अरेबिका कॉफी ओडीओपी के तहत इन सारे प्रोडक्ट्स को प्रमोट किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इन्हें खरीदें।
भारत को वैश्विक ताकत बनाने के लिए जरूरी है कि पहले हम खुद अपनी ताकत को पहचाने और उसे बढ़ावा दें। ओडीओपी स्कीम इसी योजना पर काम करती है। ओडीओपी के तहत प्रोडक्ट को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की तरफ से लगातार प्रोडक्ट्स की प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है।
पिछले साल जनवरी में स्विट्जरलैंड में हुए वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के दौरान भारत ने कई प्रोडक्ट्स को प्रदर्शित किया है। कई देशों की इंडियन एंबेसी में इन प्रोडक्ट्स को डिस्प्ले किया जा रहा है। बीते साल जापान की इंडियन एंबेसी में ओडीओपी के तहत मैंगो फेस्टिवल भी आयोजित किया गया था।
One District One Product Scheme के लिए आवेदन कैसे करें
अब ये तो हो गई स्कीम की बात, थोड़ी कर लेते हैं काम की बात। आपको स्कीम के लिए आवेदन कैसे करना होगा? इस स्कीम के बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए आप हेल्पलाइन नंबर 9254997101/ 9254997102 पर कॉल कर सकते हैं।
आपको बता दें कि फिलहाल इस योजना को मिनिस्ट्री ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री ने फुल फ्लेज्ड शुरू किया है। तो हो सकता है कि आप अपने प्रोडक्ट के लिए सर्च करें तो आपको ठीक ठाक जानकारी न मिले। पर फूड प्रोसेसिंग से जुड़े प्रोडक्ट के लिए अप्लाई करने के लिए आपको जाना होगा Pradhan Mantri Formulation of Micro Food Processing Enterprises Scheme की वेबसाइट पर।
यहां पर आपको रजिस्टर करना होगा। उसके बाद अपना राज्य और जिला सिलेक्ट करके आप ओडीओपी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। ओडीओपी को लेकर आपके मन में अगर अभी भी कोई सवाल हो तो आप हमसे कमेंट सेक्शन में जरूर पूछे।