नमस्कार दोस्तों ये लेख गोदनामे के बारे में है। अगर आपने कोई बच्चा गोद लिया है और उसको पंजीकृत करवाना चाहते हो, गोदनामा बनवाना चाहते हो तो उस बारे में इस लेख में विस्तार से चर्चा करेंगे , जैसे -
- इसकी पूरी प्रक्रिया क्या होती है
- डॉक्यूमेंट क्या क्या लगाने होते हैं
- इसकी फीस कितनी लगती है
- तहसील कार्यालय में किन किन लोगों को उपस्थित होना होता है
- तहसील में आपसे क्या क्या जानकारी पूछी जाती है
इन सभी बातों के बारे में इस लेख में हम विस्तार से चर्चा करेंगे। अगर आप गोदनामा बनवाना चाहते हो तो आपके लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण लेख होने वाला है ।
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गोदनामा बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
जब भी आप गोदनामा बनवाते हो तो उसके लिए जो जरूरी डॉक्यूमेंट है वो दोनों तरफ के जो पेरेंट्स होते हैं अर्थात माता पिता यानी कि जो गोद देने वाले माता पिता है उन दोनों की आईडी और रेजिडेंस प्रूफ लगेगा। जो माता पिता बच्चा गोद दे रहे हैं उस बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट ,आधार कार्ड और उनके पहले से कितने बच्चे हैं, उनके आधार कार्ड और बर्थ सर्टिफिकेट चाहिए।
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ये सारा काम ई दिशा कार्यालय में होगा वहां पर आपका गोदनामा फीड किया जाता है। वहां पर आपकी फीस लगती है 500 से लेकर 700 रूपये तक लगभग। हम अनुमानित धनराशि अगर मान कर चलें तो, हजार रुपए का स्टांप, ₹100 का आपका चालान और साथ में आपका 600-700 रूपये की ई दिशा कार्यालय की फीस ,जो कुल मिलकर होती है लगभग ₹1600- ₹1,700 । अगर आप कोई वकील रखते हो तो वकील की फीस इससे अलग होती है।
तहसील में आपसे क्या क्या जानकारी पूछी जाती है
इसके बाद जानते हैं कि तहसील में आपसे क्या क्या पूछा जाता है। आपने गोदनामा स्टाम्प इत्यादि ले लिया तो उसके बाद आपको टोकन लेकर अप्वाइंटमेंट लेनी होती है। आपने जिस तारीख की अपॉइंटमेंट ली होती है उस दिन सभी को वहां पर उपस्थित होना होता है, जो दोनों तरफ की पार्टी है, गवाह है सभी को वहां पर उपस्थित होना होता है। आपका गोदनामा तहसील कार्यालय में या तो सडीएम साहब के पास रजिस्टर्ड होगा।
तो वहां पर दोनों पार्टियों से पूछा जाता है कि जो बच्चा आप ले रहे हो वो अपनी मर्जी से ले रहे हो। दोनों तरफ से उसके बारे में पूछा जाता है। रेजिडेंट प्रूफ के बारे में वहां पर जानकारी चेक की जाती है, आईडी चेक की जाती है और अगर नंबरदार साथ है तो उससे वेरीफाई किया जाता है।
इसके अलावा उनके पहले से कितने बच्चे हैं , बच्चे को क्यों गोद देना चाहते हैं इसके बारे में पूछा जाता है। लेने वाली पार्टी से पूछा जाता है कि आप बच्चा क्यों लेना चाहते हो, उसके पीछे क्या कारण है? उनके पहले से बच्चा है या नहीं, कितने बच्चे हैं इन सब के बारे में सारी पूछताछ की जाती है। ये सारी जानकारी पूछने के बाद वो आपकी फाइल मार्क कर देंगे।
फाइल को फाइल मार्क करने के बाद आपकी फोटो ली जाती है। फोटो होने के बाद वहां से आपका गोदनामा फीड हो जाता है। उसके बाद फिर से आपकी फाइल तहसील कार्यालय में आती है। वहां पर आने के बाद वहां पर जो रजिस्टर होते हैं, उस पर साइन कर देते हैं। साइन करके स्टांप लगा देने के बाद आपका गोदनामा पूरा हो जाता है तो ये कंप्लीट प्रोसेस होता है गोदनामे का।
एक बात आपको ध्यान रखनी है , जब भी आप गोदनामे पर साइन करते हो तो साइन आपको ब्लैक पेन से यानी कि ब्लैक इंक वाला जो पेन है, उससे आपको साइन करने होते हैं , क्योंकी तहसील कार्यालय में ब्लू पेन को नहीं मानते। वैसे ब्लू से भी कर सकते हो, ब्लैक से भी कर सकते हो। लेकिन कई जगह पर कई तहसील कार्यालय में सिर्फ ब्लैक पेन को ही मान्यता दी गयी है।
निष्कर्ष
तो ये सारी प्रक्रिया है गोदनामे की। मैंने आपको फीस के बारे में , डॉक्यूमेंट के बारे में , किस किस को उपस्थित होना होता है तहसील कार्यालय में ,आपसे क्या क्या पूछा जाता है, उसके बारे में विस्तार से आपके साथ जानकारी शेयर की है।
उम्मीद करता हूं कि आपको इससे काफी मदद मिली होगी। तो इस प्रकार से मैंने यहां पर पूरी जानकारी आपके साथ शेयर की है गोदनामे के बारे में गोदनामे में।