नमस्कार दोस्तों, यह लेख पोल्ट्री फार्मिंग बिज़नेस यानी कि मुर्गीपालन बिज़नेस के बारे में है। किसान अपनी खेती बाड़ी कार्य के साथ पोल्ट्री फार्मिंग बिज़नेस करके अधिक लाभ कमा सकते है और सरकार भी पशुपालन बिज़नेस को बढ़ावा दे रही है। सरकारी योजनाओं में आप लोन और सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हो।
अगर आप पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस करना चाहते हो तो पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस के लिए सरकारी योजना में आवेदन करके ₹50 लाख तक का लोन प्राप्त कर सकते हो और इस लोन पर आपको 50 % की सब्सिडी मिलती है। यानी कि अगर आप ₹50 लाख का लोन लेते हो तो ₹25 लाख आपको सब्सिडी में मिल सकती है। इस लेख में हम पोल्ट्री फार्मिंग बिज़नेस के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे । जैसे -
- पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस मॉडल क्या है
- इसमें कितने प्रकार के मॉडल होते हैं?
- आप पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस कैसे कर सकते हैं
- पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस लोन आपको कैसे मिलेगा
- लोन लेने की पूरी प्रक्रिया क्या होती है
- किन किन सरकारी योजनाओं में आप पोल्ट्री फार्मिंग के लिए लोन ले सकते हो
- कौन कौन सी सरकारी योजनाएं हैं जिनमें आपको लोन मिलेगा और सब्सिडी का लाभ मिलेगा
- सब्सिडी मिलने की पूरी प्रक्रिया क्या होगी इसको हम विस्तार से समझेंगे
- पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस लोन लेने के लिए बैंक की क्या शर्तें होती है।
- सफलतापूर्वक पोल्ट्री फार्मिंग करने के लिए किसान को किन किन बातों का ध्यान रखना है और किन किन चीजों का प्रबंध करना होगा
तो पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस अगर आप करना चाहते हो या फिर पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस की जानकारी चाहते हो तो आपके लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण लेख होने वाला है।
Table of Contents
पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस मॉडल क्या क्या है?
तो सबसे पहले नंबर एक टॉपिक पर चर्चा करते हैं पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस मॉडल क्या क्या है? किस प्रकार से हम पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस कर सकते हैं। पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस आप दो प्रकार के मॉडल में कर सकते हो।
- एक है कांट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस मॉडल
- नंबर दो है सामान्य पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस मॉडल
कांट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस
ये एक मुर्गी पालन व्यापार बिजनेस मॉडल है। इस मॉडल में किसान के पास अगर निवेश करने के लिए पैसे नहीं है, तो किसान कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट करता है। कंपनी के साथ एक अनुबंध होगा और कंपनी का सारा खर्च होगा। कंपनी ही चूजे और बाकि सामग्री उपलब्ध कराएगी, फीड वगैरह कंपनी देगी, दवाइयां है वो भी कंपनी देगी और ट्रांसपोर्ट की जो सारी फैसिलिटी होती है वो भी कंपनी का खर्चा होगा।
किसान को केवल मुर्गियों का पालन करना है और शेड की व्यवस्था करनी है। 32 से 35 दिन का प्रोसेस होता है। 32 से 35 दिन किसान मुर्गियों का पालन करेगा और उसके बाद जो कंपनी है वो मुर्गी वापस ले लेती है और वजन के अनुसार उनका जो प्रॉफिट का अमाउंट होता है वो किसान को दे दिया जाता है।
तो ये मॉडल है किसानों के लिए। अगर किसान के पास इन्वेस्टमेंट करने के लिए पैसे नहीं है तो ये उन किसानों के लिए सबसे बेस्ट मॉडल है और इस मॉडल में किसान को कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट करना होता है और किसान के पास शेड वगैरह बनाने की व्यवस्था होनी चाहिए और किसान के पास ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट होना चाहिए। तो इस बिजनेस मॉडल में किसान कम से कम पैसे से भी शुरुआत कर सकते हैं।
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सामान्य पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस मॉडल।
दूसरा बिजनेस मॉडल है सामान्य पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस मॉडल। इस बिजनेस मॉडल में किसान को देसी मुर्गी का पालन करना होता है। किसान को खुद ही चूजे लेकर आने पड़ते हैं। उनकी फीड का खर्चा भी किसान का रहता है। शेड वगैरह की व्यवस्था भी किसान को करनी पड़ती है और किसान को ही मुर्गी का पालन करना पड़ता है।
वैक्सीन का खर्चा भी किसान का ही होता है। इस बिजनेस मॉडल में किसान मुर्गी के अंडे बेच करके लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मुर्गी का मीट बेच करके भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस बिजनेस मॉडल में किसान को देसी मुर्गी का पालन करना होता है। इसके लिए कई प्रकार की सरकारी योजनाओं में किसान लोन प्राप्त कर सकते हैं।
कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस में ब्रॉयलर ब्रीड अर्थात , मुर्गियों में जो सफेद मुर्गियां होती है, उनका पालन करना होता है और सामान्य पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस में किसान को देसी मुर्गियों का पालन करना होता है। किसान देसी मुर्गियों की कोई भी ब्रीड रख सकता है, लेकिन इसमें देसी मुर्गियों का पालन ही करना होता है।
पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस लोन कैसे लें?
नंबर दो टॉपिक है पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस लोन कैसे लें? लोन लेने की पूरी प्रक्रिया क्या होती है? तो पोल्ट्री फार्मिंग लोन लेने के लिए सबसे पहले जरूरी है आपको पोल्ट्री फार्म की ट्रेनिंग लेनी होगी।आपको यह ध्यान रखना है की ट्रेनिंग सर्टिफिकेट आपके पास होगा तभी आपको लोन मिलेगा।
अब आपके मन में सवाल होगा कि हम ट्रेनिंग कहां से लें। तो इसका जवाब है कि आप कृषि विज्ञान केंद्र से ट्रेनिंग ले सकते हैं। आप अपने जिले में कृषि विज्ञान केंद्र जाकर के वहां से पोल्ट्री फार्मिंग की ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं। पोल्ट्री फार्म की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आपको वहां से ही सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
इसके अलावा आप अपने एरिया में जो भी मान्यता प्राप्त संस्थान है, वहां से भी पोल्ट्री फार्म की ट्रेनिंग और सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हो। इसकी जानकारी आपके एरिया में जो पहले से पोल्ट्री फार्मिंग बना हुआ है उनके पास जाकर के इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हो कि आपके एरिया में कहां पर पोल्ट्री फार्मिंग की ट्रेनिंग उपलब्ध होती है। ट्रेनिंग लेने के बाद आपको सर्टिफिकेट मिल जाएगा और तभी आप लोन के लिए आवेदन कर सकते हो।
लोन का प्रोसेस क्या होता है
तो इसके लिए आपको बैंक में जाना होता है। ट्रेनिंग सर्टिफिकेट लेकर के, प्रोजेक्ट ले करके आपको बैंक में जाना है। यहां ध्यान रखना है कि जो एग्रीकल्चर डेवलपमेंट बैंक है, जो कृषि विकास बैंक होते है वहां से आपको लोन मिलता है।
तो आपके एरिया में जो एग्रीकल्चर डेवलपमेंट बैंक है जैसे आप एसबीआई की ब्रांच में जा सकते हो, एचडीएफसी में जा सकते हो, पीएनबी में जा सकते हो अर्थात जो कृषि से संबंधित लोन करते हैं, उन बैंकों में जाकर के आपको एग्रीकल्चर लोन और एग्रीकल्चर से संबंधित व्यवसाय करने के लिए लोन मिलता है।
तो बैंक में जाकर के आपको अपना प्रोजेक्ट पेश करना है ,बैंक वाले आपका प्रोजेक्ट देखेंगे, आपका सिबिल स्कोर चेक करेंगे और उसके बाद वो हाँ कर सकते हैं। जब बैंक वाले हाँ कर देंगे तो वो अकाउंट नंबर आपको ऑनलाइन आवेदन करते समय साथ में लगाना होता है।
पोल्ट्री फार्मिंग लोन कौन कौन सी सरकारी योजनाओं में मिलता है
तो नंबर तीन में हमारा टॉपिक है कि पोल्ट्री फार्मिंग लोन कौन कौन सी सरकारी योजनाओं में मिलता है और इन योजनाओं में आपको कितनी सब्सिडी मिलेगी और सब्सिडी मिलने की पूरी प्रक्रिया क्या होती है।
दो प्रसिद्ध सरकारी योजनाएं हैं - मुद्रा पोल्ट्री फार्मिंग योजना और नेशनल लाइवस्टॉक (NLM) योजना। इन दोनों योजनाओं में आप लोन ले सकते हैं और इनमें सब्सिडी का लाभ भी ले सकते हैं।
सबसे पहले हम मुद्रा पोल्ट्री फार्मिंग योजना के बारे में देखते हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत आप राइट टू एग्रीकल्चर बिजनेस के लिए लोन ले सकते हो और इस योजना में आप अधिकतम ₹10 लाख का लोन प्राप्त कर सकते हो। इस योजना में लोन लेने के लिए आप ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं और बैंक में जाकर के भी आवेदन कर सकते हो।
दूसरी योजना है एनएलएम योजना अर्थात नेशनल लाइवस्टॉक मिशन योजना। इस योजना में आप अधिकतम ₹50 लाख तक का लोन प्राप्त कर सकते हो। अगर आप देसी मुर्गी का बिजनेस करना चाहते हो, तो आप इस योजना में ₹50 लाख तक का लोन ले सकते हो और यहां पर आपको 50 परसेंट की सब्सिडी का लाभ भी मिलता है।
इस योजना में लोन कैसे मिलेगा, तथा आपको सब्सिडी कैसे मिलेगी?
तो सबसे पहले जब आप इस योजना में आवेदन करोगे तो आवेदन करने के बाद बैंक अधिकारी आपका आवेदन चेक करेंगे। आपका सिबिल स्कोर चेक करेंगे, आपका प्रोजेक्ट चेक करेंगे, पूरी जांच पड़ताल करेंगे और जो विभागीय अधिकारी है वो भी आपके प्रोजेक्ट को चेक करेंगे। सारी जानकारी चेक करने के बाद, जांच पड़ताल करने के बाद सबसे पहले आपका लोन प्रोसेस किया जाता है।
इस योजना में आपको 50 % सब्सिडी मिलती है और 10 परसेंट आपको खुद कंट्रीब्यूट करना पड़ता है। मान लेते हैं कि आपका प्रोजेक्ट 50 लाख का रहेगा, तो इसमें से 50 परसेंट सब्सिडी यानी कि ₹25 लाख आपको सब्सिडी में मिल जाएंगे और बाकी 10 परसेंट आपको खुद लगाने पड़ेंगे।
मतलब ₹5 लाख आपको अपनी जेब से लगाने पड़ेंगे और बाकी का जो अमाउंट होगा वो बैंक के द्वारा लोन किया जाएगा। आपको ब्याज केवल लोन वाले अमाउंट पर लगेगा। जो खुद का कंट्रीब्यूशन होता है उस पर कोई ब्याज नहीं देना पड़ता। सब्सिडी पर आपका कोई ब्याज नहीं लगता है।
तो जब सारी जांच पड़ताल पूरी हो जाती है तो आपका सबसे पहले लोन अप्रूव किया जाता है। लोन अप्रूव होने के बाद आपका जो सेल्फ कॉन्ट्रिब्यूशन है और लोन का अमाउंट है वो मिलाकर के आपको अपना बिजनेस शुरू कर लेना है। आपको इन पैसों से चूजे खरीद लेने हैं और शेड बना लेना है।
इसके बाद विभागीय अधिकारी आकर के फिजिकल वेरिफिकेशन करेंगे, जांच पड़ताल करेंगे और जब आपका सारा सेटअप नियमानुसार होगा तो आपकी सब्सिडी है का 50 परसेंट अमाउंट पास कर दिया जाएगा। यानी कि जितनी आपकी सब्सिडी होगी यहां पर मान लेते हैं कि आपको 50 परसेंट सब्सिडी, ₹25 लाख मिल रहे हैं तो उसका 50 परसेंट अमाउंट आपका पास कर दिया जाएगा। यानी कि 25 लाख का 50 परसेंट लगभग 12. 5 लाख रुपए आपके पास कर दिए जाएंगे।
जब आपकी सब्सिडी का 50 परसेंट अमाउंट आ जाता है तो वो अमाउंट मिलाकर के आपको बिजनेस का बचा हुआ सारा सेटअप पूरा कर लेना है । जब आपका बिजनेस रन कर जाएगा तो उसके बाद फिर से विभागीय अधिकारी आकर के सर्वे करेंगे, फिजिकल वेरिफिकेशन करेंगे और सारा सब कुछ सेटअप आपका नियमानुसार होगा औरआपको प्रॉफिट हो रहा है तो आपकी बाकी जो सब्सिडी है वो भी अप्रूव्ड कर दी जाएगी।
लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको एक बात ध्यान रखनी है। सबसे पहले आपको बैंक में जाकर के अपना प्रोजेक्ट दिखाना है, बैंक से डिस्कस करनी है। अगर बैंक वाले यस करते हैं तब भी आपको उस बैंक का अकाउंट ऑनलाइन आवेदन में देना है। बैंक की काफी शर्तें होती है। अगर आप वो पूरी करते हो तब ही आपको लोन मिलता है।
बैंक की क्या क्या शर्तें होती हैं
इसके बाद नंबर चार टॉपिक है कि बैंक की लोन देने के लिए क्या क्या शर्तें होती है जो किसान को पूरी करनी होगी। इसके बारे में हम विस्तार से समझेंगे।
- सबसे पहले नंबर एक कंडीशन है बैंक की आपके पास मुर्गी पालन का ट्रेनिंग सर्टिफिकेट होना चाहिए तभी आपका लोन अप्रूव होगा।
- आपके पास प्रोजेक्ट रिपोर्ट होनी चाहिए। आपका प्रोजेक्ट क्या है उसके बारे में आपके पास एक विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट होनी चाहिए। आपका सेटअप क्या है, लोकेशन कहां पर है , लेबर की व्यवस्था क्या है, कौन सी ब्रीड के आप जानवर ले रहे हो, कितनी लेबर है, कितना आप इन्वेस्टमेंट कर रहे हो, अनुमानित प्रॉफिट कितना हो सकता है, मार्केटिंग क्या है? इस प्रकार से पूरी जानकारी आपके प्रोजेक्ट रिपोर्ट में होनी चाहिए ।
- इसके बाद बैंक आपका सिबिल स्कोर चेक करेगा। अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है, तो आपको बैंक से आसानी से लोन मिल जाएगा और कम से कम इंटरेस्ट रेट पर आपको लोन मिल सकता है।
- इसके बाद बैंक देखेगा आपकी भूमि की व्यवस्था क्या है उसके बारे में जानकारी चेक करेगा। आपके पास भूमि है, कितनी भूमि है, उसकी रजिस्ट्री वगैरह आपको देनी पड़ेगी। अगर भूमि की रजिस्ट्री नहीं है तो लीज एग्रीमेंट वगैरह आपको बैंक को देना पड़ेगा।
- इसके बाद इनकम के बारे में चेक करेगा। आपके पास आय का सोर्स क्या है, इनकम कितनी है, सालाना आय क्या है, उसके बारे में जांच पड़ताल करेगा।
- इसके अलावा बैंक आपसे कोलेटरल की डिमांड कर सकते हैं। आपको कोलेटरल देना होगा। भूमि वगैरह बैंक के पास गिरवी रखनी हो सकती है या फिर कोई और कोलेटरल सिक्योरिटी बैंक को देनी पड़ेगी। तभी बैंक आपका लोन अप्रूव करते हैं।
तो ये कुछ शर्तें हैं जिनके बारे में किसान को पता होना चाहिए। ये शर्तें अगर आप पूरी करते हैं तभी बैंक से लोन आप आसानी से ले सकते हो।
सफल पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस करने के लिए, किसान को क्या क्या व्यवस्था करनी होती है।
इसके बाद नंबर पांच टॉपिक हमारा सफल पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस करने के लिए, पोल्ट्री फार्मिंग से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए किसान को क्या क्या व्यवस्था करनी होती है। पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस में किन किन बातों का ध्यान रखना होता है, ताकि किसान अधिकतम प्रॉफिट प्राप्त कर सके।
तो सबसे पहले किसान को शेड की व्यवस्था करनी होती है। पोल्ट्री फार्म बनाने के लिए किसान को अच्छा शेड बनाना चाहिए तथा उसके पास पर्याप्त जगह रखनी चाहिए। शेड में एक मुर्गी रखने के लिए आपको 2x2 स्केयर फुट की जगह जरूरी होती है।
तो जितने भी आप मुर्गियां रख रहे हो उसके अनुसार आपके पास शेड में पूरी व्यवस्था होनी चाहिए और शेड हवादार होना चाहिए। वेंटिलेशन का किसान को खास ध्यान रखना होता है। शेड को भूमि से 2 से 3 फुट ऊंचाई पर बनाना होता है ताकि बारिश का पानी शेड में नहीं आ सके। वहां पर और दूसरे जानवर जैसे चूहे वगैरह बिल नहीं बना सके। तो इस प्रकार से शेड का पूरा ध्यान रखना है।
इसके बाद नंबर दो फीड और वैक्सीनेशन का किसान को ध्यान होना चाहिए। फीड वगैरह के बारे में और वैक्सीन वैक्सीनेशन कब कब करना है, इसके बारे में पूरी जानकारी किसान को होनी चाहिए।
इसके अलावा किसान के पास अनुभव होना चाहिए। आप जब भी पोल्ट्री फार्मिंग शुरू कर रहे हैं तो सबसे पहले आपको अनुभव ले लेना चाहिए। आपके नजदीक में यदि कोई भी पोल्ट्री फार्म है तो वहां जाकर के आपको पहले अनुभव ले लेना है कि इन जानवरों को कैसे रखना होता है, क्या क्या करना होता है। अगर अनुभव होता है तो आप आसानी से प्रॉफिट बना सकते हैं।
इसके अलावा अच्छी नस्ल का चुनाव करना होता है। आपके पर्यावरण में कौन सी ब्रीड जिन्दा रह सकती है, कौन सी ब्रीड सबसे ज्यादा बढ़िया तरह से सर्वाइव कर सकती है ऐसी ब्रीड का आपको चुनाव करना होगा। अगर आप अच्छी ब्रीड लेकर आते हो तो अधिक प्रॉफिट बना सकते हो।
इसके अलावा आप को मार्केटिंग के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। अंडों को कहां पर बेचना है, अधिक रेट पर आप कहां पर सेल कर सकते हो , बाजार में तेजी और मंदी कब है, इस बारे में अगर आपको पूरी जानकारी होती है तो आप अधिक प्रॉफिट प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
अगर इस बिज़नेस को आप सूझबूझ और साइंटिफिक तरीके से करते हो तो आप इससे लाखों रुपए महीने प्रॉफिट के कमा सकते हो। तो ये थी जानकारी पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस के बारे में। मैंने यहां पर सभी टॉपिक को क्लियर करने की कोशिश की है। उम्मीद करता हूं कि सारे टॉपिक क्लियर हो गए होंगे। अगर कोई टॉपिक और है तथा आपको उसकी जानकारी चाहिए तो आप मुझे कमेंट कीजिए। लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।